Top 50+ Desh Bhakti Shayari 2021
Desh Bhakti Shayari 2021
1.
खुशनसीब है वो जो वतन पर मिट जाते है
खुशनसीब है वो जो वतन पर मिट जाते है
मरकर भी वो लोग अमर हो जाते है
करता हु तुम्हे सलाम ए वतन पर मिटने वालो
तुम्हारे हर सास में तिरंगे का नसीब बस्ता है
करता हु तुम्हे सलाम ए वतन पर मिटने वालो
तुम्हारे हर सास में तिरंगे का नसीब बस्ता है
2.
इतनी सी बात हवाओ को बताये रखना
रौशनी होगी चिरागो को जलाये रखना
लहू देकर की है जिसकी हिफाजत हमने
ऐसे तिरंगे को हमेसा दिल में बसाये रखना
3.
अपनी सुख चैन को छोड़ आया हूँ.
अपनी प्यारी सी गुड़िया को रुला आया हूँ.
माँ का दामन तरसता तोड़ आया हूँ.
तिरंगे में लपेट कर भारत माता की चरण में आया हूँ.
4.
जब आँख खुले तो धरती हिन्दुस्तान (INDIA) की हो
जब आँख बंद हो तो यादेँ हिन्दुस्तान(INDIA) की हो
हम मर भी जाए तो कोई गम नही लेकिन,
मरते वक्त जमीं हिन्दुस्तान(INDIA) की हो।
5.
कुछ नशा तिरंगे की आन का है
कुछ नशा मातृभूमि के मान का है
हम लगाएंगे हर जगह इस तिरंगे को
हम लहराएंगे हर जगह इस तिरंगे को
ऐसा नशा ही हिंदुस्तान की शान का है.
Desh Bhakti Shayari Image
6.
जिनकी शहादत से रोशन हुआ अपना भारत,
जो जंगों में दीवाली मना गए,
सलाम है उन वीरों को मेरा ,
जो अमर ज्योति जला गए,
जो अमर ज्योति जला गए।
7.
दिलों की नफरत को निकालो,
वतन के इन दुश्मनों को मारो,
ये देश है खतरे में ए -मेरे -हमवतन,
भारत माँ के सम्मान को बचा लो!!
8.
मातृ भूमि की रक्षा करते करते,
जो अपने प्राणों की बली चढ़ा गए,
सलाम है उन वीरों को मेरा,
जो देश से बढ़कर धर्म ना कोई बता गए।
9.
मैं भारत देश का हरदम अमित सम्मान करता हूं,
यहां की चांदनी मिट्टी का गुणगान करता हूं,
मुझे चिंता नहीं है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की,
तिरंगा हो कफ़न मेरा बस यही अरमान रखता हूं।
स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाये
10.
बस ये बात हवाओं को बताये रखना,
रौशनी होगी चिरागों को जलाये रखना,
लहू देकर जिसकी हिफाज़त की शहीदों ने,
उस तिरंगे को सदा दिल में बसाये रखना...
Desh Bhakti Shayari 2021 in Hindi
11.
दिल हमारे एक हैं एक ही है हमारी जान,
हिंदुस्तान हमारा है हम हैं इसकी शान,
जान लुटा देंगे वतन पे हो जायेंगे कुर्बान,
इसलिए हम कहते हैं मेरा भारत महान..
12.
सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में हैं,
देखना हैं जोर कितन बाजू-ए-कातिल में हैं,
वक्त आने दे बता देंगे तुझे ए आसमां,
हम अभी से क्या बताएं क्या हमारे दिल में हैं...
13.
आओ झुक कर करें सलाम उन्हें,
जिनके हिस्से में ये मुकाम आता है,
कितने खुशनसीब हैं वो लोग,
जिनका खून वतन के काम आता हैं..
14.
मैं भारत बरस का हरदम सम्मान करता हूँ,
यहाँ की चांदनी मिट्टी का ही गुणगान करता हुँ,
मुझे चिंता नहीं है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की,
तिरंगा हो कफ़न मेरा, बस यही अरमान रखता हूँ...
15.
जिसे सींचा लहू से है वो यूँ खो नहीं सकती,
सियासत चाह कर विष बीज हरगिज बो नहीं सकती,
वतन के नाम पर जीना वतन के नाम मर जाना,
शहादत से बड़ी कोई इबादत हो नहीं सकती..
Watan Shayari
16.
कुछ नशा तिरंगे की आन का है
कुछ नशा मातृभूमि की शान का है
हम लहराएंगे तिरंगा हर जगह
क्योंकि नशा यह हिंदुस्तान का है..
17.
करता हूँ भारत माता से गुजारिश कि,
तेरी भक्ति के सिवा कोई बंदगी न मिले,
हर जनम मिले हिन्दुस्तान की,
पावन धरा पर या फिर कभी जिंदगी न मिले..!!
18.
खुशनसीब होते हैं वो लोग,
जो इस देश पर कुर्बान होते हैं,
जान देके भी वो लोग अमर हो जाते हैं,
करते हैं सलाम उन देश प्रेमियों को…
19.
दिलों की नफरत को निकालो
वतन के इन दुश्मनों को मारो
ये देश है खतरे में ए -मेरे -हमवतन
भारत माँ के सम्मान को बचा लो
20.
दिल हमारे एक हैं एक ही है हमारी जान,
हिंदुस्तान हमारा है हम हैं इसकी शान,
जान लुटा देंगे वतन पे हो जायेंगे कुर्बान,
इसलिए हम कहते हैं मेरा भारत महान।
desh bhakti shayari 2021
21.
जिन्हें है प्यार वतन से, वो देश के लिए अपना लहू बहाते हैं,
माँ की चरणों में अपना शीश चढ़ाकर,
देश की आजादी बचाते हैं,
देश के लिए हँसते-हँसते अपनी जान लुटाते हैं..!!
22.
खून से खेलेंगे होली,
अगर वतन मुश्किल में है
सरफ़रोशी की तमन्ना
अब हमारे दिल में है,,
23.
उनके हौंसले का मुकाबला ही नहीं है कोई
जिनकी कुर्बानी का कर्ज हम पर उधार है
आज हम इसीलिए खुशहाल हैं क्यूंकि
सीमा पे जवान बलिदान को तैयार है….
24.
इश्क तो करता है हर कोई
महबूब पे तो मरता है हर कोई
कभी वतन को महबूब बना के देखो
तुझ पे मरेगा हर कोई
25.
जिंदगी है कल्पनाओं की जंग
कुछ तो करो इसके लिए दबंग
जियो शान से भरो उमंग
लहराओ सबसे दिलों में देश के लिए तिरंगा
desh bhakti shayari 2021
26.
इस वतन के रखवाले हैं हम
शेर ए जिगर वाले हैं हम
मौत से हम नहीं डरते
मौत को बाँहों में पाले हैं हम
वन्दे मातरम…
27.
लहराएगा तिरंगा अब सारे आसमान पर
भारत का ही नाम होगा सबकी जुबान पर
ले लेंगे उसकी जान या खेलेंगे अपनी जान पर
कोई जो उठाएगा आँख हिंदुस्तान पर
28.
मुझे ना तन चाहिए, ना धन चाहिए
बस अमन से भरा यह वतन चाहिए
जब तक जिन्दा रहूं, इस मातृ-भूमि के लिए
और जब मरुँ तो तिरंगा कफ़न चाहिये
जय-हिन्द
29.
दो दिन का नही सदियों से रिश्ता है हमारा,
इस वतन की मिट्टी से अटूट नाता है हमारा,
हमारे बुजुर्गों ने ख़ून देकर सींचा है मिट्टी को,
पहले वतन है बाद में सारा जहाँ है हमारा.
30.
सुंदर है जग में सबसे नाम भी न्यारा है,
जहां जाति भाषा से बढ़कर देश प्रेम की धारा है,
निश्चय पवन प्रेमपूर्ण और विशाल हृदय वाला है,
वह भारत देश हमारा है वह भारत देश हमारा है!!
Shayari desh bhakti
31.
चिंगारी आजादी की सुलगी मेरे जश्न में हैं,
इन्कलाब की ज्वालाएं लिपटी मेरे बदन में हैं,
मौत जहाँ जन्नत हो ये बात मेरे वतन में हैं,
कुर्बानी का जज्बा जिन्दा मेरे कफन में हैं.
32.
कहते हैं अलविदा हम अब इस जहान को,
जा कर ख़ुदा के घर से अब आया न जाएगा,
हमने लगाई आग हैं जो इंकलाब की,
इस आग को किसी से बुझाया ना जाएगा
33.
तीन रंग का नही वस्त्र, ये ध्वज देश की शान हैं,
हर भारतीय के दिलो का स्वाभिमान हैं,
यही है गंगा, यही हैं हिमालय, यही हिन्द की जान हैं,
और तीन रंगों में रंगा हुआ ये अपना हिन्दुस्तान हैं.
34.
भारत का वीर जवान हूँ मैं,
ना हिन्दू, ना मुसलमान हूँ मैं,
जख्मो से भरा सीना हैं मगर,
दुश्मन के लिए चट्टान हूँ मैं,
भारत का वीर जवान हूँ मैं.
35.
चलो फिर से खुद को जगाते हैं,
अनुशासन का डंडा फिर घुमाते हैं,
सुनहरा रंग हैं गणतंत्र का,
शहीदों के लहूँ से,
ऐसे शहीदों को हम सर झुकाते हैं.
desh bhakti par shayari
36.
उनके हौसले का भुगतान क्या करेगा कोई,
उनकी शहादत का कर्ज देश पर उधार हैं,
आप और हम इसलिए खुशहाल हैं
क्योकि सीमा पे सैनिक शहादत को तैयार
37.
लिख दी हे तकदीर मेरी इस मिटटी पर,
देखना हे जोर कितना इन बाजुओं पर ,
सरफरोश हे तमन्ना इस वतन पर,
मुश्किल नही हे जीना मेरे इस वतन पर।
38.
दी हे कुर्बानी वीरो ने इस धरती माँ के लिए,
पलक आंसू गिरे हे विरो के इस धरती माँ के लिए,
ऐसा वतन हे मेरा इस धरती माँ के लिए,
उन सपूतो को करते रहना याद इस धरती माँ के लिए।
39.
इस देश पर कभी जख्म नहीं आने दूंगा,
प्राण जाए तो देश के लिए जाने दूंगा,
ना किसी को दुश्मन के आगे झुकने दूंगा,
और नाही मेरे वतन पर किसी को ऊँगली उठाने दूंगा।
40.
स्वपन देखकर आजादी को जा बना गए तुमको आजाद।
देकर अपना लहू कर गए हमेशा हमेशा आबाद।।
आज भारत नमन करे उनके इस बलिदान को।
करके थोड़ा उनको याद, करके उनको थोड़ा याद।।
desh bhakti shayari 2021
41.
नजर उठाओ तुम तो आसमां भी करे सलाम।
तेरे खूं के हर कतरे में लिखा हो भारत माँ का नाम।
जवानी की रवानी देख काल भी पीछे हटे
कहे देखो देखो आ गया भारत का जवान।।
42.
जो रंग बिरंगी संस्कृति का अनूठा जहान है।
रंगी हुई जिसमें धरा निखरा आसमान है।
है जग में निराली शान, अलग ही पहचान है।
वो मेरा हिन्दुस्तान है, वो हमारा हिन्दुस्तान है।
43.
लेकर सांस मुट्ठी में झुका गए हिमालय को।
हाथ में थाम तिरंगा अमर कर गए जो खुद को।
लहू सींचकर करके फिर बना गए समृद्ध भारत।
उन वीर देश के जवानों को याद करों युगों युगों।।
44.
बनाना है इस दुनिया में, भारत को सिरमौर।
दुश्मन डाले कितने रोड़े, या लगाये पूरा जोर।।
इरादा हर हिंदुस्तानी का जो करे देश से प्यार।
विश्वास पूरा होगा, होगी हमारी ही नयी भोर।।
45.
शोलों से नहीं बम के गोलों से नहीं
जंग जीतने के लिए चाहिए जिगर।
जो निकले बाँध सिर पे कफ़न
उन्हें मौत की ना होती फिकर।।
Desh Bhakti Shayari Image
46.
खूबसूरत है दुनिया में सबसे नाम बहुत न्यारा है
इस देश की मिटटी पे अभिमान हमारा है
विभिन्नताओं में बसता है यह देश
इसी भारत में यही हिन्दुस्तान दुनिया में सबसे प्यारा है
47.
ऐ मेरे वतन के लोगों तुम खूब लगा लो नारा
ये शुभ दिन है हम सब का लहरा लो तिरंगा प्यारा
पर मत भूलो सीमा पर वीरों ने है प्राण गँवाए
कुछ याद उन्हें भी कर लो जो लौट के घर न आये
48.
मिलते नही जो हक वो लिए जाते हैं,
होता नहीं गुलाम कोई लोग किये जाते हैं
उन वीरों को शत शत नमन करो,
मौत के साए में होते है और जिए जाते हैं…
49.
लिख रहा हूं मैं अंजाम जिसका कल आगाज आएगा
मेरे लहू का हर एक कतरा इंकलाब लाएगा
मैं रहूं या न रहूं पर ये वादा है मेरा तुमसे कि
मेरे बाद वतन पर मरने वालों का सैलाब आएगा'
50.
गूंज रहा है दुनिया में भारत का नगाड़ा,
चमक रहा आसमान में देश का सितारा,
आजादी के दिन आओ मिलकर करें दुआ,
की बुलंदी पर लहराता रहे तिरंगा हमारा।
Patriotic Shayari in Hindi
51.
ना सरकार मेरी है ना रौब मेरा है,
ना बड़ा सा नाम मेरा है,
मुझे तो एक छोटी सी बात का गौरव है,
मै हिन्दुस्तान का हूँ और हिन्दुस्तान मेरा है,
52.
जिनकी शहादत से रोशन हुआ अपना भारत,
जो जंगों में दीवाली मना गए,
सलाम है उन वीरों को मेरा ,
जो अमर ज्योति जला गए,
53.
लड़ें वो बीर जवानों की तरह,
ठंडा खून फ़ौलाद हुआ,
मरते-मरते भी की मार गिराए,
तभी तो देश आज़ाद हुआ
54.
खूब बहती हैं अमन की गंगा बहने दो,
मत फैलाओ देश में दंगा रहने दो,
लाल हरे रंग में ना बाटो हमको,
मेरे छत पर एक तिरंगा रहने दो.
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