Duri Shayari - दूरी शायरी हिंदी में
कभी कभी मिटते नही, चंद लम्हों के फांसले,
एहसास अगर जिन्दा हो,मिट जाती है दूरियाँ।
दूरियाँ बढ़ी तो दिल से भी दूर जाने लगे,
अब तो वो हाल-ए-दिल बताने में भी कतराने लगे।
हर दूरी मिटानी पड़ती है,
हर बात बतानी पड़ती है,
लगता है दोस्तों के पास वक़्त ही नहीं है,
आज कल.. खुद अपनी याद दिलानी पड़ती है।.
दूरियों से फर्क नहीं पड़ता,
बात तो दिलों कि नज़दीकियों से होती है,
दोस्ती आप जैसे कुछ ख़ास लोगों से होती है,
वरना मुलाक़ात तो न जाने रोज़ कितने लोगों से होती है।
तन्हाई कि दूरी को कैसे मिटाऊं,
पूछ कर देख अपने दिल से,
ये दिल तुझको कितना चाहता है,
अपनी चाहत को शब्दों मैं कैसे बताऊँ।
Duri Shayari in hindi
उसने मुझसे ना जाने क्यों ये दूरी कर ली,
बिछड़ के उसने मोहब्बत ही अधूरी कर दी,
मेरे मुकद्दर में दर्द आया तो क्या हुआ,
खुदा ने उसकी ख्वाहिश तो पूरी कर दी।
सजा न दे मुझे बेक़सूर हूँ मैं,
थाम ले मुझको ग़मों से चूर हूँ मैं,
तेरी दूरी ने कर दिया है पागल मुझे,
और लोग कहते हैं कि मगरूर हूँ मैं।
मेरे दिल को अगर तेरा एहसास नहीं होता,
तू दूर रह कर भी यूं मेरे पास नहीं होता,
इस दिल में तेरी चाहत ऐसे बसा ली है,
एक लम्हा भी तुझ बिन ख़ास नहीं होता।
ना दूर हमसे जाया करो दिल तड़प जाता है,
आपकी ख्यालो में हमारा दिन गुज़र जाता है,
पूछता है ये दिल एक सवाल आपसे,
क्या दूर रहकर भी आपको हमारा ख्याल आता है।
एक अजीब दास्तान है मेरे अफसाने की,
मैने पल पल कोशिश की उसके पास जाने की,
किस्मत थी मेरी या साजिश थी ज़माने की,
दूर हुए इतना जितनी उम्मीद थी करीब आने की।
duri sayri
हम तुमसे दूर कैसे रह पाते,
दिल से तुमको कैसे भूल पाते,
काश तुम आईने में बसे होते,
हम खुद को देखते तो तुम नज़र आते।
तुझ से दूरी का एहसास सताने लगा,
तेरे साथ गुज़रा हर पल याद आने लगा,
जब भी कोशिश की तुझे भूलने की,
तू और ज्यादा दिल के करीब आने लगा।
तुझसे दुरी मेरी मज़बूरी है,
ये मजबूरी भी थोड़ी जरुरी है।
तुझसे दुरी का गम सता रहा है ये,
पल पल यूँ इस कदर रुला रहा है,
मेरे दिल को जला रहा है,
हर लम्हा ये डरा रहा है।
तेरी चाह अगर दुरी की है,
तो शौक से पूरी कर,
फिर पीछे मुड़कर देखना,
तो मेरी फितरत में भी नहीं है।
Duri Shayari hindi
दुनिया ने बस हमे सताया है,
कुछ ऐसी बातों से मन घबराया है,
तुझसे दुरी के गम ने डराया है,
पल पल इन्ही गमों ने रुलाया है।
कोई दोस्त कभी पुराना नहीं होता,
कुछ दिन बात न करने से बेगाना नहीं होता,
दोस्ती में दुरी तो आती रहती हैं,
पर दुरी का मतलब भुलाना नहीं होता।
वक्त नूर को बेनूर कर देता हैं,
छोटे से जख्म को नासूर कर देता हैं,
कौन चाहता हैं अपनों से दूर होना,
लेकिन वक्त सबको मजबूर कर देता हैं।
ना दूर हमसे जाया करों, दिल तड़प जाता हैं,
आपके ख्यालों में ही, हमारा दिन गुजर जाता हैं,
पूछता हैं यह दिल एक सवाल आपसे,
क्या दूर रहकर भी आपको हमारा ख्याल आता हैं।
इस दिल की हर धड़कन का एहसास हो तुम,
तुम क्या जानो हमारे लिए कितने खास हो तुम,
जुदा होकर तुमने हमें मौत से भी बदतर सजा दी है फिर भी,
इस तड़पते हुए दिल ने तुम्हें खुश रहने की दुआ दी है।
Duri Shayari
मोहब्बत में दुरी,
दिलों को और नज़दीक कर देती है,
तकलीफ तो बहुत होती है,
मगर दुरी तो मोहब्बत की मज़बूरी होती है।
उस शख्स को पाना, इतना मुश्किल भी नही, मेरे दोस्त,
मगर जब तक दूरी न हो, मुहब्बत का मजा नही आता।
मोहब्बत ऐसी थी के बतायी न गयी,
चोट दिल पर थी इसलिए दिखाई न गयी,
चाहते नहीं थे उनसे दूर रहना,
दूरी इतनी थी उनसे के मिटायी न गयी।
दूरी ने कर दिया है तुझे और भी करीब,
तेरा ख़याल आ कर न जाये तो क्या करें।
जुदाई और दूरियों को कभी मत भूलना,
हर किसी से जुड़ा होने का गम नहीं होता,
जिसने दूरियां दी हो उससे मोहब्बत कम नहीं होता।
Duri Shayari in hindi
क्या यही इरादा था तेरे दिल में के मुझसे दूर होना है,
पहले ही बता देते तुझे इतनी तकलीफ ना होने देते हम।
जिंदगी की रफ्तार हाथों से फिसलते रेट की रफ्तार जैसी है,
दूरियों का पल कब ख़तम होगा ना जाने वो पल किस वक़्त के पीछे छिपा बैठा है।
उम्र तो नहीं थी हमारी इश्क़ करने की दूरियों से डर लगता था,
एक चहेरा देखा और इश्क़ कर बैठे दूरियों तो एक बहाना था।
मेरी यादों को तुम चुन लो,
तुम्हारी तन्हाई दूर चली जायगी,
मुझे तुम हर लम्हे में छू लो,
ये रुसवाई करीब कभी न आएगी।
तन्हा रहना सीख लिया हमने,
पर खुश कभी ना हम रह पायेंगे,
तेरी दुरी सहना सीख लिया हमने ,
पर तेरी दोस्ती के बिना जी नहीं पायंगे।
duri sayri
यादों की हवा ज़ख्मों की दवा बन गई,
दूरी उनकी मेरी चाहत की सज़ा बन गई,
कैसे भूलूं में उन्हें एक पल के लिए,
उनकी याद ही मेरी जीने की वजह बन गई।
इन दूरियों को जुदाई मत समझना,
इन खामोशियो को नाराजगी मत समझना,
हर हाल में साथ देंगे आपका,
ज़िंदगी ने साथ न दिया तो बेवफाई मत समझना।
लोग मोहब्बत को खुदा का नाम देते हैं,
कोई करता है तो इल्जाम देते हैं,
कहते हैं पत्थर दिल रोया नहीं करते और,
पत्थर के रोने को झरने का नाम देते हैं।
जब मिलो किसीसे तो ज़रा दूर का रिश्ता रखना,
बहुत तड़पते हैं अक्सर यह सीने से लगाने वाले।
गलतियों से जुदा तू भी नही, मैं भी नहीं,
दोनों इंसान हैं, ख़ुदा तू भी नही, मैं भी नहीं,
गलतफहमियों ने कर दी दोनो में पैदा दूरियां,
वरना फितरत का बुरा तू भी नही था, मैं भी नही।
Duri Shayari
माना कि दूरियां कुछ बढ़ सी गयी हैं लेकिन,
तेरे हिस्से का वक्त आज भी तन्हा ही गुजरता हैं।
बिना बताए ना जाने उसने क्यू दूरी कर दी,
बिछड़ कर उसने मोहब्बत ही अधूरी कर दी,
मेरे मुकदर मे गम आये तो क्या हुआ,
खुदा ने उसकी ख़्वाहिश तो जरूर पूरी कर दी।
0 टिप्पणियाँ