क्या लिखूँ तेरी सूरत - ए - तारीफ मेँ , मेरे हमदमअल्फाज खत्म हो गये हैँ, तेरी अदाएँ देख-देख के
कैदखाने हैं बिना सलाखों के,कुछ यूं चर्चे हैं तेरी आँखों के
तुझको देखेंगे सितारे तो स्याह माँगेंगे,और प्यासे तेरी ज़ुल्फों से घटा माँगेंगे
Tareef Shayari |
तारीफ शायरी फॉर ब्यूटी
tareef shayari for beautiful girl |
तुझको देखा तो फिर किसी को नहीं देखा,
चाँद कहता रहा मैं चाँद हूँ... मैं चाँद हूँ
निगाह उठे तो सुबह हो... झुके तो शाम हो जाये,
एक बार मुस्कुरा भर दो तो कत्ले-आम हो जाये
ये आईने ना दे सकेंगे तुझे तेरे हुस्न की खबर,
कभी मेरी आँखों से आकर पूछो के कितनी हसीन हों तुम
tareef shayari in hindi
tareef shayari in hindi |
ये अदा ये अंदाज यु मुस्कराना तेरा,
कईयों को डुबो गया आखो के सागर में
इस दिल में तिरे हुस्न की वो जल्वागरी है
जो देखे है कहता है कि शीशे में परी है
तारीफ़ अपने आप की, करना फ़िज़ूल है,
ख़ुशबू तो ख़ुद ही बता देती है, कौन सा फ़ूल है
khubsurti ki tareef shayari in hindi
khubsurti ki tareef shayari in hindi |
वो मुझसे रोज़ कहती थी मुझे तुम चाँद लाकर दो,
उसे एक आईना देकर अकेला छोड़ आया हूँ
एक लाइन में क्या तेरी तारीफ़ लिखू
पानी भी जो देखे तुझे तो प्यासा हो जाये
चाँद के दीदार को तुम छत पर क्या चले आये,
शहर में ईद की तारीख मुकम्मल हो गयी
सुंदरता की तारीफ शायरी
tareef shayari for beautiful girl in hindi |
उस के चेहरे की चमक के सामने सादा लगा
आसमाँ पे चाँद पूरा था मगर आधा लगा
क्या लिखूं तेरी तारीफ-ए-सूरत में यार,
अलफ़ाज़ कम पड़ रहे हैं तेरी मासूमियत देखकर
अब हम समझे तेरे चेहरे पे तिल का मतलब,
हुस्न की दौलत पे दरबान बिठा रखा है
तारीफ शायरी फॉर ब्यूटी
tareef shayari for beauty |
बड़ा ही दिलकश अंदाज है तुम्हारा
जी करता है की फनाह हो जाऊं
नहीं बसती किसी और की सूरत अब इन आँखो में
काश कि हमने तुझे इतने गौर से ना देखा होता
वजह पूछोगे तो सारी उम्र गुजर जाएगी
कहा ना अच्छे लगते हो तो बस लगते हो
लिख दूं किताबें तेरी मासूमियत पर
फिर डर लगता है
कहीं हर कोई तेरा तलबगार ना हो जाय
वो आँखों से यूँ शरारत करते हैं...!!!
अपनी अदा से भी कयामत करते हैं
धडकनों को कुछ तो काबू में कर ए दिल...!!!
अभी तो पलकें झुकाई हैं
मुस्कुराना अभी बाकी है उनका
हुस्न की ये इन्तेहाँ नहीं है तो और क्या है...!!!
चाँद को देखा है हथेली पे आफताब लिए हुए
दिल में समा गई हैं क़यामत की शोख़ियाँ...!!!
दो-चार दिन रहा था किसी की निगाह में
आपको देख कर देखता रह गया...!!!
क्या कहूँ और कहने को क्या रह गया.
उसने तारीफ़ ही कुछ इस अंदाज से की मेरी,
अपनी ही तस्वीर को सौ दफ़े देखा मैंने!!
ख्वाहिश ये बेशक नही कि “तारीफ” हर कोई करे
मगर “कोशिश” ये जरूर है कि कोई बुरा ना कहे.
उनकी तारीफ़ क्या पूछते हो उम्र सारी गुनाहों में गुजरी
अब शरीफ बन रहे है वो ऐसे जैसे गंगा नहाये हुए है
तारीफ़ के मोहताज नही होते हैं सच्चे लोग, ऐ दोस्त
असली फूलो पर कभी इत्र छिड़का नहीं जाता
मुझको मालूम नहीं हुस़्न की तारीफ,
मेरी नज़रों में हसीन ‘वो’ है, जो तुम जैसा हो
वो कहती हैँ हम उनकी झूठी तारीफ करते हैँ
ए खुदा बस एक दिन आईने को जुबान दे दे
मौसम भी खुशमिजाज है, कुछ मेरा अंदाज़ है,
तारीफ करूँ या चुप रहूँ गुनाह दोनो ही संगीन हैं
तेरी तारीफ मेरी शायरी में जब हो जाएगी
चाँद की भी कदर कम हो जाएगी
इतना खूबसूरत कैसे मुस्कुरा लेते हो?
इतना क़ातिल कैसे शर्मा लेते हो?
कितनी आसानी से जान ले लेते हो।।
हया से सर झुका लेना अदा से मुस्कारा देना,
हसीनो को भी कितना सहल है बिजली गिरा देना।।
अंगड़ाई लेके अपना मुझ पर जो खुमार डाला,
काफ़िर की इस अदा ने बस मुझको मार डाला।।
तेरे हुस्न को परदे कि जरुरत क्या है,
कौन रहता है होश में तुझे देखने के बाद।।
ये रूठना अच्छा लगता है बार बार मुझे तुमसे,
मनाने मे मुझ पे तेरा प्यार बरस जाता हैं।।
इन आँखों को जब-जब तेरा दीदार हो जाता है,
दिन कोई भी हो, लेकिन मेरे लिए वो खास हो जाता है।।
बिजलियों ने सीख ली उनके तबस्सुम की अदा,
रंग ज़ुल्फ़ों की चुरा लाई घटा बरसात की।।
बचपन में सोचता था चाँद को छू लूँ,
आपको देखा और छुआ तो ख्वाहिशे पूरी हुयी।।
आइने में क्या चीज़ अभी देख रहे थे,
फिर कहते हो खुदा की कुदरत नहीं देखी।।
तेरी तारीफ में कुछ लब्ज कम पड़ गए शायद
वरना हम भी किसी ग़ालिब से कम ना थे।।
उस खुदा के हाथों का जादू हो तुम,
दिन मैं चमकता सितारा हो तुम,
रात मैं चांदनी जैसी रौशनी हो तुम,
मेरे दिल मैं बसी एक शायरी हो तुम.
आपको देखा तो शर्मा गए ये फूल,
चुप गया घटाओं में खिला हुआ वो चाँद,
आपके मुखड़े ने जाने कैसा शमा हैं बाँधी,
धड़क उठा दिल हमारा जब आपसे नज़र मिलाई.
वो प्यारी सी हसी , वो उसका खिलखिलाना,
बड़ी मासूमियत से यूं नज़रे मिलाना,
जो देखूँ मैं उसको, तोह उसका शरमाना,
मेरे दिल में हज़ारों उमंगें जगाना|
उनकी तारीफ़ क्या पूछते हो उम्र सारी गुनाहों में
गुजरी अब शरीफ बन रहे है वो ऐसे जैसे गंगा नहाये हुए है
तेरे कजरारे नैना काजल को भी,
शर्म से झुक जाने पर मजबूर कर दें,
इन नैनों के तीर जिन दिलों पर लगें,
उन्हें तेरी ख़िदमत में फिसल जाने पर मजबूर कर दे।
उतरा है मेरे दिल में कोई चाँद नगर से,
अब खौफ ना कोई अंधेरों के सफ़र से,
वो बात है तुझ में कोई तुझ सा नहीं है,
कि काश कोई देखे तुझे मेरी नजर से।
नज़र को नज़र की खबर ना लगे,
कोई अच्छा भी इस कदर ना लगे,
आपको देखा है बस उस नज़र से,
जिस नज़र से आपको नज़र ना लगे…!
तुझको देखा तो फिर किसी को नहीं देखा,
चाँद कहता रहा मैं चाँद हूँ…
मैं चाँद हूँ…।
अभी इस तरफ़ न निगाह कर
मैं ग़ज़ल की पलकें सँवार लूँ,
मेरा लफ़्ज़-लफ़्ज़ हो आईना
तुझे आईने में उतार लूँ।
ऐसा चेहरा है तेरा जैसा रोशन सवेरा,
जिस जगह तू नहीं है उस जगह है अँधेरा,
कैसे फिर चैन तुझ बिन तेरे बदनाम लेंगे,
हुस्न की बात चली तो सब तेरा नाम लेंगे।
क्या बात है,
बड़े चुप चाप से बैठे हो..
कोई बात दिल पे लगी है,
या दिल कही लगा बैठे हो…
इस डर से कभी गौर से देखा नहीं तुझको,
कहते हैं कि लग जाती है अपनों की नज़र भी।
खूबसूरत हो तुम
बड़ी नाज़ुक हो तुम
शायद बड़ी नज़ाक़त से बनाया होगा खुदा ने तुम्हे
हुस्न की मल्लिका हो तुम
बहुत खूबसूरत हो तुम
है फूलों सी नाज़ुक मुस्कान तुम्हारी
यह लब है तुम्हारे या खिलता चमन है
बहुत खूबसूरत हो तुम
मैं दीवाना हूँ तेरा मुझे इंकार नहीं;
कैसे कह दूं कि मुझे तुमसे प्यार नहीं;
कुछ शरारत तो तेरी नज़रों में भी थी;
मैं अकेला ही तो इसका गुनहगार नहीं।
देखी जबसे आपकी तस्वीर है,
कर गयी मेरे दिल को चीर है .
मैं तो आप पर फ़िदा होने लगा,
ख्यालों में आपके खोने लगा .
तेरे हुसन की तारीफ कर दे,
मेरे पास वो अलफ़ाज़ नहीं .
वैसे भी नूर-ए-हुसन आपका,
किन्ही शब्दों का मोहताज़ नहीं.
तेरे हुसन ने कायल कर दिया,
तेरी अदाओं ने घायल कर दिया.
हो गया इस जहां से बेगाना,
जब से तेरा बन गया दीवाना
खुदा ने नवाज़ा है आपको खूबसूरती से,
तो इसे संभाल कर रखना .
हुसन और निखरता जाएगा,
बस इसे तराश कर रखना.
जब से आप हमें
देखकर हंस गयी,
खूबसूरती आपकी
हमारे दिल में बस गयी
क्यू है कोई इतना सुन्दर,
भर गया है दिल के अन्दर.
मासूम-सी सूरत है,
दिल में बस गयी मूरत है.
तेरे हुसन ने कर दिया घायल,
बना लिया अपनी अदाओं का कायल.
तेरा हुस्न बयां करना,
नहीं मकसद था मेरा !
ज़िद कागजों ने की थी,
और कलम चल पड़ी !
दुनिया में तेरा हुस्न मेरी जां सलामत रहे,
सदियों तलक जमीं पे तेरी कयामत रहे!!
मेरी निगाह-ए-इश्क भी कुछ कम नही,
मगर, फिर भी,
तेरा हुस्न तेरा ही हुस्न है…
तेरी तारीफ मेरी शायरी में जब हो जाएगी
चाँद की भी कदर कम हो जाएगी
फिज़ाओ में रंग बिखेरे तुम्हारा चाँद सा चेहरा
मुझे बेचैन कर जाये तुम्हारा मासूम चाँद सा चेहरा
मेरी खातिर सँवरता है तुम्हारा चाँद सा चेहरा
तेरे नैनो की शोख अदाओं ने हमे लूटा लिया
तेरी झील सी गहरी आँखों ने हमे लूटा लिया
हम तो लूट चुके है इस कदर ऐ हसीं ख्वाब
अब डरता हूँ कहीं कोई लूट न ले मेरे ख्वाब
तेरा मुस्कुरा देना जैसे पतझड़ मे बहार हो जाये
जो तुझे देख ले वो तेरे हुस्न मे ही खो जाये।
बहुत खुबसूरत है आंखे तुम्हारी
इन्हें बना दो किस्मत हमारी
हमे नहीं चाहिए जमाने की खुशियां
अगर मिल जाये मोहब्बत तुम्हारी।
मुस्कुराते हैं तो बिजलियाँ गिरा देते हैं
बात करते हैं तो दिवाना बना देते हैं
हुस्न वालों की नजर कम नहीं कयामत से
आग, पानी मे वो नजरों से लगा देते हैं।
हसरत है सिर्फ तुम्हे पाने की
और कोई ख्वाहिश नहीं इस दीवाने की
शिकवा मुझे तुमसे नहीं खुदा से है
क्या जरुरत थी तुम्हे इतना खूबसूरत बनाने की।
उस हसीन चेहरे की क्या बात है हर दिल अज़ीज़ ,
कुछ ऐसी उसमें बात है है
कुछ ऐसी कशिश उस चेहरे में
के एक झलक के लिए सारी दुनिया बर्बाद है |
आप मन ही मन उन्हें चाहते रह गए
उन्हें पटाने के प्लान बनाते रह गए
पटाकर कोई और ले गया उन्हें और आप
उनकी शादी के टैंट से कुत्ते भगाते रह गए
यूँ ही नही आती खूबसूरती रंगोली में…
अलग-अलग रंगों को एक होना पड़ता है”
कुछ इस तरह से वो मुस्कुराते हैं,
कि परेशान लोग उन्हें देख कर खुश हो जाते हैं,
उनकी बातों का अजी क्या कहिये,
अल्फ़ाज़ फूल बनकर होंठों से निकल आते हैं।
तेरा हुस्न एक जवाब, मेरा इश्क एक सवाल ही सही
तेरे मिलने कि ख़ुशी नही, तुझसे दुरी का मलाल ही सही
तू न जान हाल इस दिल का, कोई बात नही
तू नही जिंदगी मे तो तेरा ख़याल ही सही
जरा उतर के देख मेरे दिल की गहराइयों में,
कि तुझे भी मेरे जज़्बात का पता चले,
दिल करता है चाँद को खड़ा कर दूं तेरे आगे,
जरा उसे भी तो अपनी औकात का पता चले।
बादलों में छुप रहा है चाँद क्यों
अपने हुस्न की शोखियों से पूछ लो
चांदनी पड़ी हुई है मंद क्यों
अपनी ही किसी अदा से पूछ लो
तेरी खूबसूरती की तारीफ में क्या लिखूं,
कुछ खूबसूरत शब्दों की अभी तलाश है मुझे.
खूबसूरती सबको दिखाई देती है और
सुंदरता किसी किसी को ही नज़र आती है
क्या तारीफ़ करूं मैं तुम्हारी खूबसूरती की।
मैं तो बस इतना कहूंगा,
इस तपिश में भी तुम्हारी सादगी मेरे मन को शीतल कर जाती हैं।
सर झुकाने की खूबसूरती भी क्या कमाल की होती हैं..
धरती पर सर रखिये और दुआ आसमान में कुबूल हो जाती हैं
घूंधट ओढ़ के रखा करो अपने आप को ...
ताज के बाद सिर्फ तुम्ही में खूबसूरती बची है ..!!
कितनी छोटी सी दुनिया है ये हमारी,
एक मई हूँ और एक मोहोब्बत तुम्हारी.
तेरी खूबसूरती को मेरे लफ्ज़ चू नही सकते,
हुजूम-ए-हुस्म मे भी तुम नायाब लगती हो
मैं अदना सा एक शायर तेरे हुस्न की और क्या तरीफ करूं
मैं तेरे लिए ही जीता हूं और रब करे तेरे लिए ही मरूं....
लोग कहते हैं कि इश्क मत करो,
कि हुस्न सर पे सवार हि जाये,
हम कहते हैं कि इश्क इतना करो,
कि पत्थर दिल को भी तुमसे प्यार हो जाये.
माना कि बड़ा खुबसूरत हुस्न है तेरा… लेकिन,
दिल भी होता तो क्या बात होती…
आग लगाना मेरी फ़ितरत में नही है ..
मेरी सादगी से लोग जले तो मेरा क्या कसूर !!
सुंदरता हो ना हो सादगी होनी चाहिए,
खुश्बू हो ना हो महक होनी चाहिए !!
तेरी हालत से लगता है कि तेरा अपना था कोई,
वरना इतनी सादगी से बर्बाद कोई गैर नहीं करता !!
आते-आते मेरा नाम-सा रह गया
उस के होंठों पे कुछ काँपता रह गया...!
इस प्यार का अंदाज़ कुछ ऐसा है
क्या बताये ये राज़ कैसा है;
कौन कहता है कि आप चाँद जैसे हो
सच तो ये है कि खुद चाँद आप जैसा है...!
रौशन शमा के रूबरू
चेहरा है आप का ...!
हम भटकते रहे थे अनजान राहों में,
रात दिन काट रहे थे यूँ ही बस आहों में,
अब तमन्ना हुई है फिर से जीने की हमें,
कुछ तो बात है सनम तेरी इन निगाहों में...!
नहीं बसती किसी और की सूरत अब इन आँखो में
काश कि हमने तुझे इतने गौर से ना देखा होता
वजह पूछोगे तो सारी उम्र गुजर जाएगी
कहा ना अच्छे लगते हो तो बस लगते हो
सुंदरता की तारीफ शायरी
tareef shayari in two lines |
लिख दूं किताबें तेरी मासूमियत पर
फिर डर लगता है
कहीं हर कोई तेरा तलबगार ना हो जाय
वो आँखों से यूँ शरारत करते हैं...!!!
अपनी अदा से भी कयामत करते हैं
धडकनों को कुछ तो काबू में कर ए दिल...!!!
अभी तो पलकें झुकाई हैं
मुस्कुराना अभी बाकी है उनका
khubsurti ki tareef shayari 2 line
khubsurti ki tareef shayari 2 line |
हुस्न की ये इन्तेहाँ नहीं है तो और क्या है...!!!
चाँद को देखा है हथेली पे आफताब लिए हुए
दिल में समा गई हैं क़यामत की शोख़ियाँ...!!!
दो-चार दिन रहा था किसी की निगाह में
आपको देख कर देखता रह गया...!!!
क्या कहूँ और कहने को क्या रह गया.
तारीफ शायरी फॉर ब्यूटी
tareef shayari for gf |
उसने तारीफ़ ही कुछ इस अंदाज से की मेरी,
अपनी ही तस्वीर को सौ दफ़े देखा मैंने!!
ख्वाहिश ये बेशक नही कि “तारीफ” हर कोई करे
मगर “कोशिश” ये जरूर है कि कोई बुरा ना कहे.
उनकी तारीफ़ क्या पूछते हो उम्र सारी गुनाहों में गुजरी
अब शरीफ बन रहे है वो ऐसे जैसे गंगा नहाये हुए है
सुंदरता की तारीफ शायरी
hindi tarif shayari |
तारीफ़ के मोहताज नही होते हैं सच्चे लोग, ऐ दोस्त
असली फूलो पर कभी इत्र छिड़का नहीं जाता
मुझको मालूम नहीं हुस़्न की तारीफ,
मेरी नज़रों में हसीन ‘वो’ है, जो तुम जैसा हो
वो कहती हैँ हम उनकी झूठी तारीफ करते हैँ
ए खुदा बस एक दिन आईने को जुबान दे दे
tarif shayri
tarif shayri |
मौसम भी खुशमिजाज है, कुछ मेरा अंदाज़ है,
तारीफ करूँ या चुप रहूँ गुनाह दोनो ही संगीन हैं
तेरी तारीफ मेरी शायरी में जब हो जाएगी
चाँद की भी कदर कम हो जाएगी
इतना खूबसूरत कैसे मुस्कुरा लेते हो?
इतना क़ातिल कैसे शर्मा लेते हो?
कितनी आसानी से जान ले लेते हो।।
tareef shayari
tareef shayari |
हया से सर झुका लेना अदा से मुस्कारा देना,
हसीनो को भी कितना सहल है बिजली गिरा देना।।
अंगड़ाई लेके अपना मुझ पर जो खुमार डाला,
काफ़िर की इस अदा ने बस मुझको मार डाला।।
तेरे हुस्न को परदे कि जरुरत क्या है,
कौन रहता है होश में तुझे देखने के बाद।।
सुंदरता की तारीफ शायरी
shayari tareef |
ये रूठना अच्छा लगता है बार बार मुझे तुमसे,
मनाने मे मुझ पे तेरा प्यार बरस जाता हैं।।
इन आँखों को जब-जब तेरा दीदार हो जाता है,
दिन कोई भी हो, लेकिन मेरे लिए वो खास हो जाता है।।
बिजलियों ने सीख ली उनके तबस्सुम की अदा,
रंग ज़ुल्फ़ों की चुरा लाई घटा बरसात की।।
tarif shayari
tarif shayari |
बचपन में सोचता था चाँद को छू लूँ,
आपको देखा और छुआ तो ख्वाहिशे पूरी हुयी।।
आइने में क्या चीज़ अभी देख रहे थे,
फिर कहते हो खुदा की कुदरत नहीं देखी।।
तेरी तारीफ में कुछ लब्ज कम पड़ गए शायद
वरना हम भी किसी ग़ालिब से कम ना थे।।
सुंदरता की तारीफ शायरी
tarif wali shayari |
उस खुदा के हाथों का जादू हो तुम,
दिन मैं चमकता सितारा हो तुम,
रात मैं चांदनी जैसी रौशनी हो तुम,
मेरे दिल मैं बसी एक शायरी हो तुम.
आपको देखा तो शर्मा गए ये फूल,
चुप गया घटाओं में खिला हुआ वो चाँद,
आपके मुखड़े ने जाने कैसा शमा हैं बाँधी,
धड़क उठा दिल हमारा जब आपसे नज़र मिलाई.
वो प्यारी सी हसी , वो उसका खिलखिलाना,
बड़ी मासूमियत से यूं नज़रे मिलाना,
जो देखूँ मैं उसको, तोह उसका शरमाना,
मेरे दिल में हज़ारों उमंगें जगाना|
तारीफ शायरी फॉर ब्यूटी
hindi tareef shayari |
उनकी तारीफ़ क्या पूछते हो उम्र सारी गुनाहों में
गुजरी अब शरीफ बन रहे है वो ऐसे जैसे गंगा नहाये हुए है
तेरे कजरारे नैना काजल को भी,
शर्म से झुक जाने पर मजबूर कर दें,
इन नैनों के तीर जिन दिलों पर लगें,
उन्हें तेरी ख़िदमत में फिसल जाने पर मजबूर कर दे।
उतरा है मेरे दिल में कोई चाँद नगर से,
अब खौफ ना कोई अंधेरों के सफ़र से,
वो बात है तुझ में कोई तुझ सा नहीं है,
कि काश कोई देखे तुझे मेरी नजर से।
tareef in hindi
tareef in hindi |
नज़र को नज़र की खबर ना लगे,
कोई अच्छा भी इस कदर ना लगे,
आपको देखा है बस उस नज़र से,
जिस नज़र से आपको नज़र ना लगे…!
तुझको देखा तो फिर किसी को नहीं देखा,
चाँद कहता रहा मैं चाँद हूँ…
मैं चाँद हूँ…।
अभी इस तरफ़ न निगाह कर
मैं ग़ज़ल की पलकें सँवार लूँ,
मेरा लफ़्ज़-लफ़्ज़ हो आईना
तुझे आईने में उतार लूँ।
tareef shayari hindi
tareef shayari hindi |
ऐसा चेहरा है तेरा जैसा रोशन सवेरा,
जिस जगह तू नहीं है उस जगह है अँधेरा,
कैसे फिर चैन तुझ बिन तेरे बदनाम लेंगे,
हुस्न की बात चली तो सब तेरा नाम लेंगे।
क्या बात है,
बड़े चुप चाप से बैठे हो..
कोई बात दिल पे लगी है,
या दिल कही लगा बैठे हो…
इस डर से कभी गौर से देखा नहीं तुझको,
कहते हैं कि लग जाती है अपनों की नज़र भी।
tareef shayari in hindi for friend
tareef shayari in hindi for friend |
खूबसूरत हो तुम
बड़ी नाज़ुक हो तुम
शायद बड़ी नज़ाक़त से बनाया होगा खुदा ने तुम्हे
हुस्न की मल्लिका हो तुम
बहुत खूबसूरत हो तुम
है फूलों सी नाज़ुक मुस्कान तुम्हारी
यह लब है तुम्हारे या खिलता चमन है
बहुत खूबसूरत हो तुम
मैं दीवाना हूँ तेरा मुझे इंकार नहीं;
कैसे कह दूं कि मुझे तुमसे प्यार नहीं;
कुछ शरारत तो तेरी नज़रों में भी थी;
मैं अकेला ही तो इसका गुनहगार नहीं।
shayari on beautiful face
shayari on beautiful face |
देखी जबसे आपकी तस्वीर है,
कर गयी मेरे दिल को चीर है .
मैं तो आप पर फ़िदा होने लगा,
ख्यालों में आपके खोने लगा .
तेरे हुसन की तारीफ कर दे,
मेरे पास वो अलफ़ाज़ नहीं .
वैसे भी नूर-ए-हुसन आपका,
किन्ही शब्दों का मोहताज़ नहीं.
तेरे हुसन ने कायल कर दिया,
तेरी अदाओं ने घायल कर दिया.
हो गया इस जहां से बेगाना,
जब से तेरा बन गया दीवाना
funny tareef shayari for friend
खुदा ने नवाज़ा है आपको खूबसूरती से,
तो इसे संभाल कर रखना .
हुसन और निखरता जाएगा,
बस इसे तराश कर रखना.
जब से आप हमें
देखकर हंस गयी,
खूबसूरती आपकी
हमारे दिल में बस गयी
क्यू है कोई इतना सुन्दर,
भर गया है दिल के अन्दर.
मासूम-सी सूरत है,
दिल में बस गयी मूरत है.
khubsurti ki tareef shayari in hindi for friend
khubsurti ki tareef shayari in hindi for friend |
तेरे हुसन ने कर दिया घायल,
बना लिया अपनी अदाओं का कायल.
तेरा हुस्न बयां करना,
नहीं मकसद था मेरा !
ज़िद कागजों ने की थी,
और कलम चल पड़ी !
दुनिया में तेरा हुस्न मेरी जां सलामत रहे,
सदियों तलक जमीं पे तेरी कयामत रहे!!
husn ki tareef shayari in hindi
husn ki tareef shayari in hindi |
मेरी निगाह-ए-इश्क भी कुछ कम नही,
मगर, फिर भी,
तेरा हुस्न तेरा ही हुस्न है…
तेरी तारीफ मेरी शायरी में जब हो जाएगी
चाँद की भी कदर कम हो जाएगी
फिज़ाओ में रंग बिखेरे तुम्हारा चाँद सा चेहरा
मुझे बेचैन कर जाये तुम्हारा मासूम चाँद सा चेहरा
मेरी खातिर सँवरता है तुम्हारा चाँद सा चेहरा
sundarta ki tareef shayari in hindi
sundarta ki tareef shayari in hindi |
तेरे नैनो की शोख अदाओं ने हमे लूटा लिया
तेरी झील सी गहरी आँखों ने हमे लूटा लिया
हम तो लूट चुके है इस कदर ऐ हसीं ख्वाब
अब डरता हूँ कहीं कोई लूट न ले मेरे ख्वाब
तेरा मुस्कुरा देना जैसे पतझड़ मे बहार हो जाये
जो तुझे देख ले वो तेरे हुस्न मे ही खो जाये।
बहुत खुबसूरत है आंखे तुम्हारी
इन्हें बना दो किस्मत हमारी
हमे नहीं चाहिए जमाने की खुशियां
अगर मिल जाये मोहब्बत तुम्हारी।
सुंदरता की तारीफ शायरी
tareef shayari for friend |
मुस्कुराते हैं तो बिजलियाँ गिरा देते हैं
बात करते हैं तो दिवाना बना देते हैं
हुस्न वालों की नजर कम नहीं कयामत से
आग, पानी मे वो नजरों से लगा देते हैं।
हसरत है सिर्फ तुम्हे पाने की
और कोई ख्वाहिश नहीं इस दीवाने की
शिकवा मुझे तुमसे नहीं खुदा से है
क्या जरुरत थी तुम्हे इतना खूबसूरत बनाने की।
उस हसीन चेहरे की क्या बात है हर दिल अज़ीज़ ,
कुछ ऐसी उसमें बात है है
कुछ ऐसी कशिश उस चेहरे में
के एक झलक के लिए सारी दुनिया बर्बाद है |
तारीफ शायरी फॉर ब्यूटी
funny tareef shayari |
आप मन ही मन उन्हें चाहते रह गए
उन्हें पटाने के प्लान बनाते रह गए
पटाकर कोई और ले गया उन्हें और आप
उनकी शादी के टैंट से कुत्ते भगाते रह गए
यूँ ही नही आती खूबसूरती रंगोली में…
अलग-अलग रंगों को एक होना पड़ता है”
कुछ इस तरह से वो मुस्कुराते हैं,
कि परेशान लोग उन्हें देख कर खुश हो जाते हैं,
उनकी बातों का अजी क्या कहिये,
अल्फ़ाज़ फूल बनकर होंठों से निकल आते हैं।
heart touching tareef shayari
heart touching tareef shayari |
तेरा हुस्न एक जवाब, मेरा इश्क एक सवाल ही सही
तेरे मिलने कि ख़ुशी नही, तुझसे दुरी का मलाल ही सही
तू न जान हाल इस दिल का, कोई बात नही
तू नही जिंदगी मे तो तेरा ख़याल ही सही
जरा उतर के देख मेरे दिल की गहराइयों में,
कि तुझे भी मेरे जज़्बात का पता चले,
दिल करता है चाँद को खड़ा कर दूं तेरे आगे,
जरा उसे भी तो अपनी औकात का पता चले।
बादलों में छुप रहा है चाँद क्यों
अपने हुस्न की शोखियों से पूछ लो
चांदनी पड़ी हुई है मंद क्यों
अपनी ही किसी अदा से पूछ लो
सुंदरता की तारीफ शायरी
shayari for boys |
तेरी खूबसूरती की तारीफ में क्या लिखूं,
कुछ खूबसूरत शब्दों की अभी तलाश है मुझे.
खूबसूरती सबको दिखाई देती है और
सुंदरता किसी किसी को ही नज़र आती है
क्या तारीफ़ करूं मैं तुम्हारी खूबसूरती की।
मैं तो बस इतना कहूंगा,
इस तपिश में भी तुम्हारी सादगी मेरे मन को शीतल कर जाती हैं।
shayari on beautiful eyes
shayari on beautiful eyes |
सर झुकाने की खूबसूरती भी क्या कमाल की होती हैं..
धरती पर सर रखिये और दुआ आसमान में कुबूल हो जाती हैं
घूंधट ओढ़ के रखा करो अपने आप को ...
ताज के बाद सिर्फ तुम्ही में खूबसूरती बची है ..!!
कितनी छोटी सी दुनिया है ये हमारी,
एक मई हूँ और एक मोहोब्बत तुम्हारी.
shayari on beautiful girl smile
shayari on beautiful girl smile |
तेरी खूबसूरती को मेरे लफ्ज़ चू नही सकते,
हुजूम-ए-हुस्म मे भी तुम नायाब लगती हो
मैं अदना सा एक शायर तेरे हुस्न की और क्या तरीफ करूं
मैं तेरे लिए ही जीता हूं और रब करे तेरे लिए ही मरूं....
लोग कहते हैं कि इश्क मत करो,
कि हुस्न सर पे सवार हि जाये,
हम कहते हैं कि इश्क इतना करो,
कि पत्थर दिल को भी तुमसे प्यार हो जाये.
तारीफ शायरी फॉर ब्यूटी
khubsurti ki tareef shayari in urdu |
माना कि बड़ा खुबसूरत हुस्न है तेरा… लेकिन,
दिल भी होता तो क्या बात होती…
आग लगाना मेरी फ़ितरत में नही है ..
मेरी सादगी से लोग जले तो मेरा क्या कसूर !!
सुंदरता हो ना हो सादगी होनी चाहिए,
खुश्बू हो ना हो महक होनी चाहिए !!
2 line shayari on khubsurti
2 line shayari on khubsurti |
तेरी हालत से लगता है कि तेरा अपना था कोई,
वरना इतनी सादगी से बर्बाद कोई गैर नहीं करता !!
आते-आते मेरा नाम-सा रह गया
उस के होंठों पे कुछ काँपता रह गया...!
इस प्यार का अंदाज़ कुछ ऐसा है
क्या बताये ये राज़ कैसा है;
कौन कहता है कि आप चाँद जैसे हो
सच तो ये है कि खुद चाँद आप जैसा है...!
tasveer ki tareef shayari in hindi
tasveer ki tareef shayari in hindi |
रौशन शमा के रूबरू
चेहरा है आप का ...!
हम भटकते रहे थे अनजान राहों में,
रात दिन काट रहे थे यूँ ही बस आहों में,
अब तमन्ना हुई है फिर से जीने की हमें,
कुछ तो बात है सनम तेरी इन निगाहों में...!
0 टिप्पणियाँ